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Nobel Hygiene

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अंजली को अपनी प्रेगनेंसी के पांचवें महीने में एक अजीब बदलाव महसूस हुआ। पहले वह दिन में 8-10 बार टॉयलेट जाती थी, लेकिन अचानक उसे लगा कि अब वह बहुत कम बार पेशाब कर रही है। शुरू में उसने सोचा कि शायद यह अच्छी बात है — कम से कम अब बार-बार उठना नहीं पड़ेगा। लेकिन जब उसकी सास ने कहा, "बेटा,प्रेगनेंसी में तो पेशाब और भी ज्यादा आना चाहिए," तो अंजली को चिंता होने लगी।

अंजली की तरह कई गर्भवती महिलाओं को यह समझ नहीं आता कि प्रेगनेंसी में पेशाब कम आना कोई राहत की बात नहीं, बल्कि चिंता का विषय हो सकता है। जबकि प्रेगनेंसी में बार बार पेशाब आना कब शुरू होता है और यह एक सामान्य लक्षण है, यह जानना भी ज़रूरी है। वहीं, पेशाब कम आना किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। तो आइए जानते हैं इसके कारण, इससे जुड़े जोखिम और इसका समाधान।

प्रेगनेंसी में पेशाब कम आने के कारण

प्रेगनेंसी में पेशाब कम आ रहा है और आपको इसकी वजह नहीं मालूम? प्रेगनेंसी में पेशाब कम आना कई कारणों से हो सकता है। आइए, इन्हें हम साथ में समझते हैं!

  • शरीर में पानी की कमी (डिहाइड्रेशन)

प्रेगनेंसी के दौरान खुद को ज़्यादा से ज़्यादा हाइड्रेटेड रखना बेहद ज़रूरी है। अगर आप पर्याप्त पानी नहीं पीती हैं, तो यह संभव है कि पेशाब कम आने लगे।

  • हार्मोनल बदलाव

जब प्रेगनेंसी में हार्मोन में बदलाव होते हैं, तो उसका असर पेशाब पर भी पड़ता है। ज्यादा हार्मोनल बदलाव की वजह से पेशाब कम आने की समस्या हो सकती है।

  • यूरीनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन

इस समय सबसे आम परेशानी होती है यूरीनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI)। यह कई बार पेशाब की फ्रिक्वेंसी बढ़ाने की बजाय उसे कम कर देता है, जिससे जलन और मूत्रमार्ग में दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

  • ब्लैडर पर दबाव 

प्रेगनेंसी के साथ-साथ आपके ब्लैडर पर दबाव भी बढ़ता है। इसकी वजह से ब्लैडर में मूत्र के रुकने और उसके विसर्जन — दोनों ही प्रक्रियाओं में बदलाव आता है।

संभावित जोखिम

गर्भावस्था के दौरान प्रेगनेंसी में पेशाब कम आना एक गंभीर समस्या बन सकती है, जो लंबे समय तक बनी रह सकती है। यह स्थिति न केवल मां के लिए, बल्कि बच्चे के लिए भी जोखिम भरी हो सकती है। कम पानी पीने या डिहाइड्रेशन के कारण थकान, रक्त प्रवाह में कमी और अन्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। यदि समय रहते इसका सही इलाज न किया जाए, तो यह किडनी और मूत्र पथ संक्रमण का कारण भी बन सकती है। इसके अलावा, आवश्यक पोषक तत्वों की कमी भ्रूण के विकास में बाधा डाल सकती है।

यह भी पढ़ें: प्रेगनेंसी में यूरिन इन्फेक्शन के कारण, लक्षण और उपचार

प्रेगनेंसी में पेशाब कम आने के लक्षण

अगर आपको लग रहा है कि प्रेगनेंसी में पेशाब कम आ रहा है या कुछ असामान्य महसूस हो रहा है, तो इन लक्षणों पर ज़रूर ध्यान दें:

  • दिनभर में 2-3 बार से कम पेशाब आना

  • पेशाब का रंग गहरा पीला या भूरा होना (प्रेगनेंसी में पेशाब का कलर कैसा होता है — यह जानने में यह संकेत मदद कर सकता है)

  • पेशाब के दौरान जलन होना (प्रेगनेंसी में पेशाब में जलन हो तो क्या करना चाहिए — यह एक गंभीर संकेत हो सकता है)

  • पेट में भारीपन या दर्द महसूस होना

  • कमजोरी और चक्कर आना

घरेलू देखभाल और बचाव के उपाय

अगर प्रेगनेंसी में पेशाब कम आने की समस्या हो रही है, तो कुछ आसान उपाय अपनाकर आप इस परेशानी को कम कर सकती हैं। आइए जानते हैं, किन बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है:

  • पर्याप्त पानी का सेवन करें एक दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीना चाहिए।

  • नारियल पानी और अन्य तरल पदार्थ लें ये शरीर के इलेक्ट्रोलाइट संतुलन को बनाए रखते हैं।

  • संतुलित और पौष्टिक आहार लेंइससे शरीर हाइड्रेटेड और एनर्जेटिक बना रहता है।

  • पेशाब को रोकने से बचेंऐसा करने से संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।

  • स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें खासकर जननांग क्षेत्र की सफाई पर, ताकि UTI का जोखिम कम हो।

कब डॉक्टर से संपर्क करें?

प्रेगनेंसी में पेशाब कम आना अगर नीचे दिए गए लक्षणों के साथ हो तो तुरंत डॉक्टर से मिलें:

  • पेशाब में जलन या खून आना

  • पेट में तेज़ दर्द या भारीपन (कम पेशाब आने के साथ पेट में भारीपन हो तो क्या करें ऐसे में मेडिकल सलाह ज़रूरी है)

  • बुखार या ठंड लगना

  • 24 घंटे से अधिक समय तक पेशाब न आना

यह भी पढ़ें: प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग: कारण, लक्षण और देखभाल

निष्कर्ष

प्रेगनेंसी में पेशाब कम आना एक ऐसा लक्षण है जिसे समझदारी से अनदेखा नहीं करना चाहिए। यह शरीर के भीतर हो रहे किसी बदलाव या समस्या का संकेत हो सकता है। सही खान-पान, पर्याप्त पानी और समय पर मेडिकल सलाह लेकर इस समस्या को आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है।

अगर आपको गर्भावस्था के दौरान या उसके बाद यूरिनेशन से जुड़ी कोई असुविधा महसूस हो रही है, या आप इनकंटिनेंस (पेशाब रोक न पाना) जैसी स्थिति से जूझ रही हैं, तो आपके लिए फ्रेंड्स प्रीमियम एडल्ट ड्राई पैंट्स एक प्रभावी और आरामदायक समाधान हो सकते हैं। ये डायपर्स खासतौर पर वयस्कों की ज़रूरतों को ध्यान में रखकर बनाए गए हैं। इनमें सुपर-एब्ज़ॉर्बेंट कोर, एंटी-बैक्टीरियल परतें और लंबे समय तक सूखेपन की गारंटी जैसी खूबियां शामिल हैं।


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प्रायः पूछे जाने वाले सवाल

1. प्रेगनेंसी में बार बार पेशाब आना कब शुरू होता है?

गर्भावस्था की पहली तिमाही से ही बार-बार पेशाब आना शुरू हो सकता है, क्योंकि इस समय हार्मोनल बदलाव और बढ़ता हुआ यूटेरस ब्लैडर पर दबाव डालने लगते हैं।

2. क्या कम पेशाब आना बच्चे के लिए हानिकारक हो सकता है?

हाँ, यदि शरीर में पानी की कमी हो या संक्रमण की समस्या हो, तो यह भ्रूण की वृद्धि को प्रभावित कर सकता है।

3. क्या सिर्फ कम पानी पीने से पेशाब कम आता है?

जी हाँ, डिहाइड्रेशन यानी शरीर में पानी की कमी, पेशाब कम आने के सबसे सामान्य कारणों में से एक है।

4. कम पेशाब आने के साथ पेट में भारीपन हो तो क्या करें?

ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें, क्योंकि यह संक्रमण या किडनी से जुड़ी किसी समस्या का संकेत हो सकता है।

5. UTI और पेशाब कम आने में क्या संबंध है?

UTI की वजह से मूत्राशय में सूजन हो सकती है, जिससे पेशाब करने की इच्छा कम हो जाती है या दर्द के डर से पेशाब रोक लिया जाता है। इससे स्थिति और बिगड़ सकती है।

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