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Nobel Hygiene

मधुमेह को आमतौर पर शुगर या Diabetes भी कहा जाता है। यह एक ऐसी बीमारी है, जो या तो अधिक मीठा खाने से होती है, खराब life style की वजह से होती है, या फिर जन्म के बाद से होती है। लेकिन ये हर तरह से इंसान के लिए हानिकारक ही होती है। अगर मधुमेह का लेवल बहुत अधिक हो जाए, तो इनसुलिन देने की नौबत आ जाती है। लेकिन अगर कम हो जाए, तो मीठा खाना पड़ सकता है। ऐसे में दोनों ही स्थिति हानिकारक होती हैं। इसलिए ये बीमारी किसी के लिए भी खतरनाक है। इससे बचाव के लिए नियमित तौर पर डॉक्टर से इलाज कराना जरूरी होता है। तो चलिए आज Diabetes के बारे में सबकुछ जान लेते हैं।

सबसे पहले इस सवाल का जवाब ढूंढते हैं कि मधुमेह क्या होता है, मतलब what is diabetes। तो ये बीमारी ज्यादातर लोगों को life style में बदलाव के कारण हो जाती है। ये बीमारी धीरे-धीरे शरीर को अपनी गिरफ्त में लेती है, और कभी खत्म नहीं होती। यानी मधुमेह का मरीज जीवन भर इस बीमारी से पीड़ित ही रहता है। इस बीमारी की वजह से शरीर में और भी कई तरह की बीमारियां आ जाती हैं। मधुमेह के मरीज को आंखों, किडनी और लिवर तक की समस्या से जूझना पड़ता है। पहले तो इसके मामले उन लोगों में देखने को मिलते थे, जिनकी उम्र 40 साल के करीब है। लेकिन आजकल बच्चे भी इससे पीड़ित हो रहे हैं।

मधुमेह होने के कारण

अब जान लेते हैं कि how does Diabetes occur और इससे कितना नुकसान पहुंचा सकता है। शरीर में हार्मोन्स या फिर अन्त: स्त्रावी ग्रंथियों द्वारा बनने वाले स्त्राव की कमी हो जाए, या फिर अधिकता हो जाए, तो शरीर में कई तरह की बीमारियां उत्पन्न होने लगती हैं। इन बीमारियों में मधुमेह, थायराइड, मोटापा, कद से जुड़ी समस्याएं, unwanted hair उगना, insulin की कमी हो जाना या फिर उसके काम करने के तरीके में बदलाव आना शामिल है। इन सभी बीमारियों में सबसे खतरनाक मधुमेह को ही माना जाता है। इसे डायबटीज मैलिटस भी कहते हैं।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक सर्वे में पता चला है कि साल 2025 तक भारत में मधुमेह के मरीजों की संख्या पांच करोड़ के पार हो सकती है। बीमारी बेशक खतरनाक है लेकिन सही खानपान अपनाकर इससे बचा जा सकता है। आधुनिक समय की परेशानियां भी मधुमेह का कारण बनती हैं, जैसे stress, अचानक से खानपास में बदलाव आना या फिर रहन सहन में आने वाले परिवर्तन। इसके अलावा बाहर की बनी वस्तुओं का अधिक सेवन करना, जैसे कोल्ड ड्रिंक और चिप्स। इसके अलावा जरूरत से अधिक खाना खाना और शारीरिक श्रम कम करना भी sugar को दावत देने जैसा है। इसलिए पहले के मुकाबले ये बीमारी आज के समय में अधिक तेजी से बढ़ रही है।

इस बीमारी में ग्लूकोस जरूरत से अधिक हो जाता है। इसके अलावा बीमारी से शरीर में cholesterol और प्रोटीन का स्तर भी प्रभावित होने लगता है। ऐसे में Diabetes किसी भी उम्र में हो सकता है। लेकिन भारत में अधिकतर मरीज वयस्क हैं। मधुमेह के होने के पीछे के अगर technical कारण की बात करें, तो यह बीमारी रक्त में ग्लूकोज (एक प्रकार की शर्करा) का स्तर सामान्य सीमा से अधिक होने पर हो जाता है। glucose क्या होता है। यह हमारे शरीर को ऊर्जा देने वाला वो बहुत ही अहम रसायनिक यौगिक होता है। जो उस खाने के जरिए हमारे शरीर तक पहुंचता है, जिसका हम सेवन करते हैं। जिसके बाद यही ग्लूकोज शरीर में अधिक ऊर्जा भरता है, जिसके जरिए हम दूसरी गतिविधियां कर पाते हैं।

खाने को ग्लूकोज में बदलने का काम इनसुलिन नाम का हार्मोन करता है। यह एक ग्रंथि के जरिए उत्पन्न होता है। जिसे हम अग्नाशय के नाम से जानते हैं। परेशानी तब हो जाती है, जब अग्नाशय द्वारा उत्पादित insulin पर्याप्त नहीं रहता। या फिर जब अग्नाशय इनसुलिन बनाना ही बंद कर दे। ऐसे में शरीर के लिए जितना ग्लूकोज परिवर्तित होना जरूरी होता है, उतना नहीं हो पाता है। ऐसी स्थिति में शरीर में ग्लूकोज की मात्रा अधिक हो जाती है। ऐसे में शरीर में अधिक मात्रा में sugar बनने से मधुमेह हो जाता है।

मधुमेह के लक्षण-

चलिए अब जान लेते हैं कि diabetes symptoms क्या होते हैं। 

ज्यादा प्यास लगना

बार-बार पेशाब आना

आंखों की रोशनी कम होना

चोट या जख्म का देरी से भरना

हाथों, पैरों और गुप्तांगों पर खुजली होना

बार-बर फोड़े-फुंसी निकलना

चक्कर आना

चिड़चिड़ापन होना

वजन कम हो जाना 

अधिक भूख लगना

थकान होना

पिडंलियो में दर्द होना

बार-बार संक्रमण होना

हाथ पैरो में झनझनाहट 

शरीर में सूनापन

नपूंसकता हो जाना

आपको ये बात शायद हैरानी भरी लगे लेकिन जैसा कि हमने इस लेख में पहले भी बताया है, शुगर जो तरह की होती है। types of Diabetes की बात करें, तो यह टाइप 1 और टाइप 2 होती है। बीमारी के दो बड़े कारणों में एक वंशानुगत होता है और दूसरा खराब जीवनशैली के कारण होता है। ऐसे में जन्मजात यानी वंशानुगत वाली डायबटीज को Type 1 Diabetes कहते हैं और खराब जीवनशैली की वजह से होने वाले मधुमेह को Type 2 Diabetes कहते हैं। Type 1 वाला मधुमेह उन लोगों को होता है, जिनके माता-पिता या फिर दादा-दादी में से किसी को ये बीमारी हो। जबकि Type 2 मधुमेह उन्हें होता है, जिनका जीवनयापन ठीक नहीं रहता है। टाइप-2 मधुमेह के पीछे के कारणों में सही से नींद पूरी नै करना, अनियमित खानपान रखना, अधिक fast food खाना और अधिक मीठा खाना होता है।

टाइप 1 और टाइप 2 में कौन सी ज्यादा खतरनाक है?

लोगों के जहन में ये सवाल जरूर बना रहता है कि Type 1 vs Type 2 Diabetes में कौन सी ज्यादा खतरनाक होती है। और इनमें क्या अंतर होता है। टाइप 1 बच्चों में अधिक देखने को मिलती है, टाइप 2 वयस्कों में। Type 1 Diabetes में शरीर की कुछ कोशिकाएं पैंक्रिाज की कोशिकाओं पर हमला करते हैं और इनसुलिन का बनना बंद कर देते हैं। जिससे शुगर की मात्रा बढ़ने लगती है। जबकि Type 2 Diabetes अधिक फैटी खाना खाने, समय पर ना सोने, सुबह देर तक सोने, बहुत नशा करने और खराब जीवनशैली के कारण होती है। इससे शरीर में इनसुलिन बनना कम हो जाता है। आसान शब्दों में कहें तो दोनों ही प्रकार की Diabetes खतरनाक होती हैं।

Friends Adult Diaper कैसे आ सकता है काम?

मधुमेह होने पर सबसे अधिक परेशानी तब होती है, जब पेशाब या तो बार-बार आए या अचानक आए। इससे कई बार इंसान को शर्मिंदगी का सामना भी करना पड़ता है। क्योंकि पेशाब कपड़ों में निकल जाता है। कई बार तो मरीज को बाथरूम तक जाने का भी समय नहीं मिल पाता है। परेशानी तब अधिक बढ़ जाती है, जब मधुमेह का मरीज किसी शादी फंक्शन में गया हो, या फिर घर से बाहर किसी और जरूरी काम के लिए निकला हो। तो ऐसी स्थिति में Friends Diaper काफी काम आ सकता है। इसे लगाकर मधुमेह के मरीज निश्चिंत होकर बिना किसी डर के कहीं भी जा सकते हैं।