skip to content
icon icon

FREE SHIPPING above Rs.350!*

Follow Us:

Author
Nobel Hygiene

In This Article

आमतौर पर हम शुगर को मधुमेह के नाम से भी जानते हैं। यह बीमारी तब होती है जब शरीर में इंसुलिन सही प्रकार से हमारे शरीर की चीनी को बैलेंस नहीं कर पाते हैं। पुरुषों में शुगर के लक्षण बहुत हैं।  इसमें शरीर की मात्रा असंतुलित होने से शरीर में चीनी की मात्रा बढ़ जाती है और आपको शुगर की समस्या हो जाती है। एक सर्वे के अनुसार विश्व में 10.8% पुरुष शुगर की समस्या से जूझ रहे हैं। आइए जाने क्या हैं पुरुषों में शुगर के लक्षण और उपाय, और पेशाब से शुगर का क्या संबंध है।

पुरुषों में शुगर के लक्षण: क्या हैं और क्यों लें इन्हें गंभीरता से

पुरुषों में शुगर के लक्षण और उपाय महिलाओं से भिन्न होते हैं। ये लक्षण शुगर के शुरुआत में ही दिखना शुरू हो जाते हैं। अगर इन्हें गंभीरता से ना लिया जाए तो ये आपके लिए घातक साबित हो सकते हैं।

●     ज़रूरत से ज़्यादा भूख और प्यास

पुरुषों में शुगर के लक्षण तब दिखाई देते हैं जब शरीर में ग्लूकोज का स्तर असंतुलित हो जाता है, यानी बहुत तेजी से बढ़ता या घटता है। इस स्थिति में बार-बार भूख और प्यास लगना आम बात है। साथ ही, बार-बार पेशाब आना और अधिक पानी पीने की ज़रूरत महसूस होती है।

●     लगातार थकान महसूस होना

जब आपके शरीर में ग्लूकोस की मात्रा बढ़ती है तब आपके शरीर के अंगों में ऊर्जा का संचार सही से नहीं हो पाता है। जब ऊर्जा सही रूप से शरीर को नहीं मिल पाती तब आप लगातार थकान महसूस करते हैं।

●     वजन का घटना या बढ़ना

अगर आपका वज़न बहुत तेज़ी से घट या बढ़ रहा है तो यह संकेत है कि आपके शरीर में समस्या है। यह पुरुषों में शुगर के लक्षण हैं । जब आपका शरीर सही तरह से ग्लूकोज का उपयोग नहीं कर पाता है तब आपका वजन अनियंत्रित हो जाता है।

●     नज़र का धुंधला होना

जब शरीर में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ती है, तो इसका असर आंखों की नसों पर पड़ता है। इससे धीरे-धीरे आंखों में धुंधलापन आने लगता है और दृष्टि कमजोर होने लगती है। लंबे समय तक नियंत्रण में न रखने पर यह समस्या और बढ़ सकती है, जिससे आंखों की रोशनी पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

●     बार - बार पेशाब आना

शरीर से अतिरिक्त ग्लूकोज निकालने के लिए किडनी अधिक मात्रा में पेशाब बनाती है, जिससे बार-बार पेशाब आने की समस्या हो जाती है। यह शरीर के डिहाइड्रेशन का कारण भी बन सकता है। ऐसे लक्षण दिखने पर बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है ताकि समय रहते इसका सही उपचार हो सके।

ज़्यादा जानकारी के लिए ये पढ़ें

●     चोट या घाव का जल्दी ना सूखना

जब शरीर में ग्लूकोज की मात्रा अधिक होती है, तो घाव भरने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है। इसकी वजह यह है कि उच्च ग्लूकोज स्तर शरीर की प्राकृतिक हीलिंग क्षमता को प्रभावित करता है, जिससे घाव जल्दी नहीं सूखता और संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाता है।

पुरुषों में शुगर के लक्षण और उपाय

अगर आपको शुगर है या उसके लक्षण दिखाई पड़ रहे हैं, तब आपको कुछ उपाय करने की ज़रूरत है, हालांकि ये उपाय आपके शुगर की समस्या को पूरी तरह से समाप्त तो नहीं करेंगे पर उन्हें नियंत्रित ज़रूर करेंगे। आइए जानते हैं क्या हैं वो उपाय: 

●     स्वस्थ आहार

अपने भोजन में सही मात्रा में प्रोटीन, फाइबर जैसी चीज़ों को उपयोग में लाएं और ग्लूकोज और सुक्रोज जैसे पदार्थों को अपने भोजन में शामिल ना करें। साबुत अनाज, सूप, हरी सब्जियां और सलाद प्रचुर मात्रा में लें, ताकि आपका शरीर स्वस्थ रहे।

●     नियमित रूप से व्यायाम

प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट का व्यायाम करें। इससे शरीर में ग्लूकोज की मात्रा नियंत्रण में रहेगी और ब्लड शुगर का स्तर सामान्य रहेगा। इसके लिए आप जिम जा सकते हैं, योग कर सकते हैं, या फिर सुबह-शाम नियमित वॉक को अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं। नियमित व्यायाम से न केवल शुगर नियंत्रित रहेगी, बल्कि आपका शरीर भी स्वस्थ रहेगा।

●     मेडिसिन और इलाज

अगर आपके शरीर में शुगर का स्तर बहुत ज़्यादा बढ़ रहा है तो यह संकेत है कि आपको सहायता की ज़रूरत है। इसके लिए आपको मधुमेह संबंधी चिकित्सक से मिलना चाहिए ताकि वो आपको सही दवाएं और इलाज दें पर अधिक दवा लेने पर पुरुषों में शुगर कम होने के लक्षण दिख सकते हैं।

शुगर और पेशाब: क्या है संबंध?

पुरुषों में शुगर के लक्षण में से एक है बार-बार पेशाब आना। जब शरीर में शुगर की मात्रा बहुत ज़्यादा बढ़ती है तब किडनी बार - बार आपके खून को फ़िल्टर कर के अधिक ग्लूकोज बाहर निकलने की कोशिश करती है, जिस कारण से अधिक प्यास भी लगती है।  इस समय आपको आपके पेशाब में मिठास का भी अनुभव हो सकता है। पुरुषों में शुगर कम होने के लक्षण भी दिखते हैं, जैसे पसीना, चक्कर आना। तब आप मीठे पदार्थ का सेवन अवश्य करें। और जानने के लिए क्लिक करें

निष्कर्ष

पुरुषों में शुगर के लक्षण आपको शुरुआत में ही दिखने लग जाते हैं। अगर आप इसके प्रारंभिक लक्षणों पर ध्यान नहीं देते हैं, तो भविष्य में इसके परिणाम गंभीर हो सकते हैं। इससे निपटने के लिए आपको संतुलित खान-पान, स्वस्थ जीवनशैली, और उचित इलाज की ज़रूरत है। सही समय पर कदम उठाना बहुत महत्वपूर्ण है, ताकि आप इस स्थिति को नियंत्रित कर सकें और अपने स्वास्थ्य को बनाए रख सकें।

अगर आप एक पुरुष हैं और आपको शुगर है, तो आपको बार-बार पेशाब आने की समस्या हो सकती है। इससे आपकी ज़िंदगी में परेशानी हो सकती है। ऐसे में Friends Adult Diapers आपके लिए एक मददगार साबित हो सकते हैं। Friends Adult Diapers पहनकर आप आराम और सुरक्षा महसूस कर सकते हैं। इससे आप बिना किसी चिंता के अपना काम कर सकते हैं।

शुगर क्यों बढ़ती हैं? जानने के लिए ये पढ़ें

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

प्र: पुरुषों में शुगर कम होने के लक्षण क्या हैं?

जब शरीर में शुगर का स्तर कम होता है, तो आपको पसीना आना, चक्कर आना, और कभी-कभी बेहोश होकर गिर जाने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ये लक्षण संकेत करते हैं कि शरीर को तुरंत ऊर्जा की आवश्यकता है, इसलिए इस स्थिति में तुरंत कुछ मीठा खाना या पीना महत्वपूर्ण है ताकि स्थिति को नियंत्रित किया जा सके।

प्र: शुगर होने पर शरीर क्या संकेत देता है?

आपके शरीर में थकान, चक्कर , प्यास लगना और पसीने आना  आदि जैसे संकेत आपको दिखेंगे।

प्र: पुरुषों में शुगर लेवल कितना होना चाहिए?

स्वस्थ पुरुषों के लिए फास्टिंग ब्लड शुगर का स्तर 70-100 mg/dL के बीच होना चाहिए। खाना खाने के दो घंटे बाद का शुगर लेवल 140 mg/dL से कम होना चाहिए।

प्र: शुगर बढ़ जाने से क्या परेशानी होती है?

शुगर बढ़ जाने से आंखों का खराब होना, किडनी और लीवर में समस्या  और नर्व डैमेज जैसी समस्या होती है।

प्र: क्या पुरुषों में शुगर के कारण पेशाब में कोई बदलाव होता है?

हां, आप पेशाब गाढ़ा और मीठा हो जाता है।

References:

https://www.onlymyhealth.com/diabetes-symptoms-prevention-in-men-hindi-1633520341

https://www.thehealthsite.com/hindi/diseases-conditions/8-signs-and-symptoms-of-high-blood-sugar-in-men-at-night-1097668/

https://www.medicinenet.com/normal_blood_sugar_levels_in_adults_with_diabetes/article.htm

https://www.healthline.com/health/diabetes/normal-blood-sugar-level

To get updated on the latest stories across categories choose