UTI (Urinary tract infection) या यूरिन इंफेक्शन महिलाओं में होने वाली एक ऐसी समस्या है जिसका समय से इलाज संभव है। यह समस्या तब उत्पन्न होती है जब बैक्टेरिया का इंफेक्शन पेशाब में तेज़ी से बढ़ता है। मूत्र में इंफेक्शन के कारण आपको असहनीय पीड़ा हो सकती है। इस संक्रमण से कई बार गम्भीर समस्या हो सकती है। यह संक्रमण सिर्फ़ मूत्रमार्ग और मूत्राशय तक ही सीमित नहीं रहता। जब ये समस्या अधिक बढ़ जाती है, तो उसका नकरात्मक प्रभाव आपकी किडनी पर भी पड़ता है, जो आपके जीवन के लिए घातक हो सकता है। आइए जानते हैं क्या हैं महिलाओं में यूरिन इन्फेक्शन के लक्षण, उसके घरेलू उपचार और बचाव के उपाय।
महिलाओं में यूरिन इन्फेक्शन के लक्षण
किसी भी इंफेक्शन के होने पर आपके शरीर में उसके लक्षण दिखाई देने लगते हैं। उसी प्रकार यूरिन इंफेक्शन होने पर भी उसके लक्षण आप देख सकते हैं। अगर इनमें से कोई भी लक्षण आपको दिखाई दे तो आप डॉक्टर के पास ज़रूर जाएं:
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जल्दी-जल्दी पेशाब की ज़रूरत महसूस होना:
अगर आपको में इंफेक्शन है, तो आपको बार-बार शौच जाने की आवश्यकता महसूस होगी। इससे आप कई बार कार्य करने में असहजता महसूस कर सकती हैं।
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पेशाब करने पर जलन या दर्द:
अगर आपको इंफेक्शन है तो यह संभव है कि आपको पेशाब करते समय दर्द या जलन महसूस होगी। यह जलन मूत्राशय या फिर मूत्र मार्ग में हो सकती है, जिससे भारी असुविधा होती है। ऐसे समय में यह आवश्यक है कि आप किसी गायनेकोलॉजिस्ट से जा कर मिलें।
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पेशाब में खून आना:
महिलाओं में यूरिन इन्फेक्शन के लक्षण में से एक है आपके पेशाब में खून आना। अगर आपको आपके मूत्र में खून दिख रहा है, तो तुरंत ही चिकित्सक से परामर्श ले कर इलाज शुरू करें अन्यथा यह आपके गुर्दे (किडनी) के लिए घातक हो सकता है।
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गाढ़ा मूत्र और तेज़ गंध:
यूरिन इंफेक्शन का एक और बड़ा लक्षण है जिसे आपको नजरअंदाज़ नहीं करना चाहिए। यूरिन इंफेक्शन में आपका मूत्र गाढ़ा हो सकता है। इसके साथ-साथ आपको इससे तेज़ बदबूदार गंध भी आ सकती है, जो इंफेक्शन होने और उसके बढ़ने का संकेत है।
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निचले पेट में दबाव और दर्द:
जब भी आपके यूरिन में इंफेक्शन होता है तब-तब आप अपने पेट के निचले हिस्से में दबाव के साथ-साथ तेज दर्द भी महसूस करेंगे। यह आपके यूरिन में बढ़ते इंफेक्शन को दर्शाता है जो मूत्रमार्ग से बढ़ते-बढ़ते आपके मूत्राशय तक पहुंच चुका है। ऐसी स्थिति में इलाज न कराना आपके लिए घातक हो सकता है। इसीलिए शीघ्र अति शीघ्र डॉक्टर से संपर्क करें।
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बुखार और ठंड लगना:
यदि संक्रमण किडनी तक पहुंच जाता है, तो बुखार या ठंड लगने जैसे गंभीर लक्षण दिखाई दे सकते हैं। यह एक संकेत है कि संक्रमण फैल गया है और तत्काल चिकित्सा हस्तक्षेप की आवश्यकता है। महिलाओं में यूरिन इन्फेक्शन के लक्षण में ये भी प्रमुख है।
महिलाओं में यूरिन इन्फेक्शन के घरेलू उपचार
बीमारी के समय डॉक्टरों के इलाज से उत्तम कुछ भी नहीं, परन्तु फिर भी हम आपके लिए लाए हैं कुछ घरेलू नुस्खे जो आप प्रयोग कर सकती हैं। महिलाओं में यूरिन इन्फेक्शन के घरेलू उपचार नीचे दिए गए हैं:
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पानी का सेवन:
पानी का सेवन अधिक से अधिक मात्रा में करें। इससे इंफेक्शन का खतरा कम हो जाता है।
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क्रैनबेरी का जूस:
क्रैनबेरी के जूस सेवन से आपके मूत्राशय और मूत्रमार्ग में यूरिन इन्फेक्शन कम होता है, जिससे दर्द या यूरिन के गाढ़ा होने जैसी समस्या नहीं होती।
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हॉट वाटर बैग सेक:
अगर आप पेट के निचले भाग को गर्म पानी के बैग से सेक करती हैं तो आपको कुछ समय के लिए पीड़ा से राहत मिल सकती है।
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लहसुन का उपयोग:
लहसुन में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो इन्फेक्शन से लड़ने में सहायक हो सकते हैं। इसे खाने में शामिल करने से लाभ मिल सकता है।
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प्रोबायोटिक:
प्रोबायोटिक्स में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं। इसके लगातार सेवन से आपके शरीर में इन्फेक्शन से लड़ने की क्षमता बढ़ती है और वो उनसे लड़ने में मदद करते हैं।
निष्कर्ष
महिलाओं में यूरिन इन्फेक्शन के लक्षण जानना आवश्यक है। यह एक ऐसी समस्या है जो हर पांच में से तीन महिलाओं में पाई जाती है। अच्छी बात यह है कि समय से इलाज कराने पर यह गंभीर होने से बच जाती है और उसका इलाज भी संभव है। यदि आप यूरिन इन्फेक्शन से पीड़ित हैं और आप अपने मूत्र प्रवाह को नियंत्रित करने में असमर्थ हैं, तो आप फ्रेंड्स ड्राई पैन्ट्स का भी उपयोग कर सकती हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
इंफेक्शन किसकी वजह से होता है?
यूरिन इन्फेक्शन मुख्यतः बैक्टीरिया, खासकर *ई. कोलाई* (E. coli) के कारण होता है। यह बैक्टीरिया अक्सर गुदा क्षेत्र से मूत्रमार्ग में प्रवेश करता है।
यूरिन इन्फेक्शन को ठीक करने का सबसे तेज़ तरीका क्या है?
सबसे सटीक उपाय है एंटी बायोटिक दवाओं का सेवन। अन्य उपाय जैसे क्रैनबेरी जूस, अधिक पानी पीना और लहसुन का सेवन भी सहयोगी हो सकता है।
इंफेक्शन का देसी इलाज क्या है?
इंफेक्शन के देसी इलाज में क्रैनबेरी जूस, प्रोबायोटिक्स, और लहसुन का सेवन शामिल है, जो इन्फेक्शन को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं।
इंफेक्शन कितने दिन में ठीक होता है?
शुरूआती इंफेक्शन ३-७ दिनों के भीतर ठीक हो जाता है।
पेशाब के रास्ते में इन्फेक्शन क्यों होता है?
अगर आप साफ सफाई नहीं रखतीं या आपके कपड़ों में पसीने या अन्य कारणों से फंगल इंफेक्शन होते हैं, तो आपके मूत्र में इन्फेक्शन हो सकता है।