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Nobel Hygiene

क्या आप रात में बार-बार पेशाब लगने की वजह से ठीक से सो नहीं पा रहे हैं? पेशाब करने में भी दिक्कत हो रही है? जलन होती है या फिर पेशाब से खून या वीर्य निकलता है? अगर आपको ये लक्षण परेशान कर रहे हैं, तो तुरंत सावधान हो जाएं। तत्काल अपने डॉक्टर से मिलें। यह प्रोस्टेट कैंसर के लक्षण हो सकते हैं। इसलिए आज हम आपको पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर के आम लक्षणों पर जो जानकारी देंगे, उससे आपकी प्रोस्टेट की समझ बेहतर हो जाएगी।

प्रोस्टेट की समझ

सबसे पहले समझिए की प्रोस्टेट होता क्या है? प्रोस्टेट एक ग्रंथि (ग्लैंड) है। यह सिर्फ पुरुषों में पाई जाती है। इसका आकार अखरोट के बराबर होता है। हमारे शरीर में यह मूत्राशय की ग्रीवा यानी ग्लैंड के नीचे मूत्र निकलने वाली जगह के आस-पास होता है। प्रोस्टेट, दूधिया तरल पदार्थ बनाता है। यह वीर्य का अंश होता है और शुक्राणुओं के पोषण के रूप में काम करता है।

प्रोस्टेट कैंसर के आम लक्षण (Common Symptoms of Prostate Cancer)

अब हम जो बताने जा रहे हैं, उसे ध्यान में रखना बहुत जरूरी है। इसी से आप प्रोस्टेट कैंसर के लक्षणों को पहचान पाएंगे। ये लक्षण बहुत सामान्य होते हैं, जिन पर अक्सर हमारा ध्यान नहीं जाता है। शुरुआती स्टेज में आपको शायद ये लक्षण पता भी नहीं चलें। प्रोस्टेट कैंसर के लक्षण एडवांस स्टेज में सामने आते हैं। इनमें शामिल हैं:

  • पेशाब करते वक्त ताकत नहीं लगा पाना
  • कम मात्रा में पेशाब होना
  • पेशाब में खून आना
  • वीर्य में खून आना
  • हड्डियों में दर्द
  • बेवजह वजन घट जाना

प्रोस्टेट कैंसर कैसे होता है?

लक्षणों के बारे में जानने के बाद आपको बताते हैं प्रोस्टेट कैंसर के कारणों के बारे में। प्रोस्टेट कैंसर तब शुरू होता है जब प्रोस्टेट की कोशिकाएं अपने डीएनए में बदलाव करती हैं। ये डीएनए ही कोशिका को बताते हैं कि क्या करना है। ये बदलाव कोशिकाओं को सामान्य कोशिकाओं की तुलना में ज्यादा तेजी से बढ़ने और अलग-अलग होने के लिए कहते हैं। असामान्य कोशिकाएं बची रहती हैं जबकि अन्य कोशिकाएं खत्म हो जाती हैं।

यही असामान्य कोशिकाएं ट्यूमर का विकास करती हैं जो बढ़कर आस-पास के ऊतकों (टिशू) पर हमला कर सकती हैं। समय के साथ, कुछ असामान्य कोशिकाएं टूट सकती हैं और शरीर के अन्य हिस्सों में फैल सकती हैं। आपको यह भी बता दें कि प्रोस्टेट कैंसर कहां होता है। प्रोस्टेट ग्लैंड में होने वाले कैंसर को ही हम प्रोस्टेट कैंसर कहते हैं।

रिस्क फैक्टर क्या हैं और डॉक्टर से कब मिलें?

 ट कैंसर के जोखिम कारक को समझना जरूरी है। अगर आप ऐसा कर लेंगे, तो आप बेहतर तरीके से अपना बचाव कर पाएंगे। प्रोस्टेट कैंसर होने में उम्र सबसे बड़ा जोखिम फैक्टर है। मसलन 

  • अगर आप 50 साल के हो गए हैं, तो आपको सावधान रहना चाहिए।
  • आपकी नस्ल। हालांकि, इस बारे में अभी तक पक्के तौर पर कुछ भी नहीं कहा जा सकता है, लेकिन कुछ अध्ययनों से पता चला है कि अश्वेत लोगों को इसका ज्यादा खतरा रहता है।
  • अगर परिवार में पहले किसी को प्रोस्टेट कैंसर हुआ है, तो आपको समय-समय पर डॉक्टर से सलाह लेती रहनी चाहिए।
  • अगर आप मोटापे से परेशान है, तो प्रोस्टेट ग्लैंड कैंसर की आशंका ज्यादा रहती है।

अगर आप ऊपर बताए गए किसी लक्षण को महसूस करते हैं, तो तुरंत किसी अच्छे डॉक्टर से अपॉइमेंट लें। डॉक्टर आपकी कुछ जांच करा सकते हैं।

निदान और उपचार (Diagnosis and treatment of Prostate Cancer)

  • अब हम आपको देंगे प्रोस्टेट कैंसर के इलाज की जानकारी। अगर आपने डॉक्टर से सलाह ले ली है, तो प्रोस्टेट कैंसर का कई तरह से इलाज हो सकता है। जैसे कि 
  • शुरुआती स्टेज में प्रोस्टेट कैंसर के उपचार का ये तरीका काफी कारगर है।
  •  दूसरी तरीका है सर्जरी। सर्जरी में ऑपरेशन के दौरान प्रोस्टेट और आसपास के कुछ लिम्फ नोड्स को हटाया जाता है। हालांकि, सर्जरी का प्रकार, बीमारी के स्टेज, मरीज की सेहत वगैरह को ध्यान में रखकर तय किया जाता है। इसके कई तरीके हैं
  • रेडिकल प्रोस्टेटक्टोमी- इसमें पूरे प्रोस्टेट को हटाया जाता है। लेकिन इसमें रिकवर होने में ज्यादा समय लगता है।
  • रोबोटिक या लेप्रोस्कोपिक प्रोस्टेटक्टोमी- इसमें रोगी के पेट में छोटे कीहोल चीरे के जरिए एक कैमरा और उपकरण डाले जाते हैं। फिर सर्जन रोबोटिक उपकरणों के ज़रिए आम तौर पर  
  • लेकिन कोई भी फैसला लेने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर कंसल्ट करें। वह आपकी अवस्था और स्टेज के हिसाब से सबसे अच्छे तरीके का सुझाव देंगे।

शुरुआती पहचान का महत्व

यह ऐसा सुझाव है जिस पर पुरुषों को विचार करना चाहिए। अगर आपको प्रोस्टेट कैंसर का रिस्क फैक्टर है, तो अपनी जांच जरूर कराएं। इससे शुरुआती स्टेज में ही बीमारी का पता लगाने में मदद मिल सकती है। अधिकांश प्रोस्टेट कैंसर का पता टेस्टिंग के बाद ही चल पाता है। आपको किस तरह की टेस्टिंग की जरूरत है, इसका फैसला डॉक्टर की सलाह पर ही करें।

आखिर में

प्रोस्टेट कैंसर की पहचान से लेकर उसके इलाज तक हमने जो जानकारी दी है, आप उसका इस्तेमाल इस बीमारी से बचाव में करें। आपको यह पता होना चाहिए कि मूत्राशय में गड़बड़ी कई अन्य  की वजह बन सकती है। इसलिए, अगर आपको अपने प्रोस्टेट ग्लैंड को लेकर कोई समस्या दिख रही है, तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

क्या प्रोस्टेट कैंसर सभी पुरुषों में एक समान तरीके से प्रकट होते हैं  

  जितनी जल्दी इसका पता चलता है और उपचार शुरू होता है, इसके पूरी तरह से ठीक होने की संभावना उतनी ज़्यादा होती है।

प्रोस्टेट कैंसर के आम लक्षण दिखने पर, मुझे कितने समय तक उन पर ध्यान देना चाहिए, ताकि मैं चिकित्सक से संपर्क कर सकूं?

 अगर आपको प्रोस्टेट कैंसर से जुड़ा कोई भी लक्षण दिखाई देता है, तो तुरंत अपने डॉक्टर से मिलें और बाकी सब उन पर छोड़ दें  इसमें जरा सी भी देरी करने से समस्या जटिल हो सकती है।

यदि मुझे प्रोस्टेट कैंसर के लक्षण दिखते हैं, तो मैं किस प्रकार की चिकित्सा सेवाओं का उपयोग कर सकता हूं?

तुरंत मूत्र रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें और उनकी सलाह के हिसाब से उपचार लें। अनुभवी डॉक्टर आपको इलाज की अवधि, अलग-अलग जांच, ऑपरेशन के खर्च, रिकवरी में लगने वाले समय वगैरह के बारे में विस्तार से जानकारी दे पाएँगे।   अपने डॉक्टर से मिलें और बाकी सब उन पर छोड़ दें  

क्या प्रोस्टेट कैंसर जानलेवा है?

जांच न होने पर या सही समय पर इलाज न होने पर, यह जानलेवा हो जाता है। प्रोस्टेट सहित किसी भी कैंसर का शुरुआती स्टेज में पता लगना बहुत जरूरी है। ऐसा होने पर इलाज बहुत असरदार होता है।