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Nobel Hygiene

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पेशाब में पस आना दर्दनाक हो सकता है। ऐसा अनुभव करने वाले लोगों का अपने स्वास्थ्य के प्रति चिंतित होना वाजिब है, क्योंकि यह मूत्र पथ के संक्रमण यानि यूटीआई से जुड़ी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। आइए जानते हैं कि यह समस्या क्या है, यह क्यों होती है और क्या पेशाब में पस आने का घरेलू इलाज संभव है। 

पेशाब में पस आना क्या है?

पेशाब में पस आना मूत्र पथ के संक्रमण यानि यूटीआई का एक सामान्य लक्षण है। पेशाब में पस आना अक्सर पेशाब में श्वेत रक्त कोशिकाओं (white blood cells) की उपस्थिति को दर्शाता है, यूटीआई का संकेत हो सकता है। पेशाब में पस सेल्स की उपस्थिति से पेशाब करते समय जलन, बार-बार पेशाब आना और पेट दर्द जैसे लक्षण हो सकते हैं। 

यूरिन में पस सेल्स क्यों बढ़ते हैं?

आप सोच रहे होंगे पेशाब में पस सेल्स आते कहाँ से हैं और यूरिन में पस सेल्स क्यों बढ़ते हैं? अगर साधारण भाषा में समझें तो जब शरीर किसी संक्रमण से लड़ रहा होता है तो पेशाब में पस सेल्स बढ़ जाते हैं। मूत्र पथ में बैक्टीरिया से निपटने के लिए सफेद रक्त कोशिकाओं का उत्पादन होता है। जैसे ही शरीर बैक्टीरिया को खत्म करने की कोशिश करता है, पेशाब में पस कोशिकाएं बढ़ जाती हैं।

पेशाब में पस आने का कारण क्या है?

समस्या को समझने के बाद जानते हैं कि पेशाब में पस आने का कारण क्या है? आप समझ चुके हैं कि इसका मुख्य कारण मूत्र पथ में एक जीवाणु संक्रमण है और या विभिन्न कारणों से हो सकता है जैसे कि:

  • गुर्दे की पथरी या मूत्र पथ में अन्य रुकावटें
  • बढ़ा हुआ प्रोस्टेट या अन्य शारीरिक असामान्यताएं
  • कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली
  • स्वच्छता को नजरअंदाज करना 

पेशाब में पस आने का इलाज क्या है?

पेशाब में पस पैदा करने वाले जीवाणु संक्रमण के इलाज के लिए अक्सर एंटीबायोटिक्स दिए जाते हैं। हालांकि कोई भी इलाज डॉक्टर की सलाह पर होना चाहिए। इसलिए पेशाब में पस आने का इलाज के लिए विशेषज्ञ डॉक्टर से संपर्क करें। 

कुछ परेशानियों में ऐडल्ट डायपर्स समाधान हो सकता है। यूटीआई के कारण बार-बार पेशाब आने, असंयम या असुविधा का अनुभव करने वाले लोगों के लिए ऐडल्ट डायपर कारगर हैं, खासकर यदि वे मूत्र रिसाव या मूत्र असंयम जैसी समस्याओं का सामना कर रहे हों। फ़्रेंड्स ऐडल्ट डायपर्स अपनी उत्तम गुणवत्ता के लिए पहचाने जाते हैं और इनके डायपर्स 16+ घंटों तक ड्राई रख पाने में सक्षम हैं। 

पेशाब में पस आने का घरेलू इलाज

अक्सर लोग यह सवाल पूछते हैं कि क्या पेशाब में पस आने का घरेलू इलाज संभव है? पेशाब में पस आने का आयुर्वेदिक इलाज भी संभव है जो आपको विशेषज्ञ सुझा सकते हैं। आम तौर पर, पेशाब में पस आने का घरेलू इलाज के तौर पर ये 7 उपाय आजमाए जाते हैं: 

  1. हाइड्रेटेड रहें

    भरपूर पानी पीने से बैक्टीरिया को बाहर निकालने और पेशाब में पस कोशिकाओं की सांद्रता (कॉन्सन्ट्रैशन) को कम करने में मदद मिलती है। दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीने पिएं ।
  2. कैफीन और अल्कोहल से बचें

    ये पदार्थ मूत्राशय में जलन पैदा कर सकते हैं और पेशाब में पस के लक्षणों को और खराब कर सकते हैं।
  3. प्रोबायोटिक्स लें

    फर्मेन्टेड खाद्य पदार्थों और अन्य आहारों से मिलने वाले प्रोबायोटिक्स के जरिए शरीर में अच्छे बैक्टीरिया के संतुलन में मदद मिल सकती है। 
  4. विटामिन सी

    विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन संक्रमण से लड़ने में मदद कर सकता है।
  5. क्रैनबेरी जूस

    करौंदा यानि क्रैनबेरी में जीवाणुरोधी गुण होते हैं जो बैक्टीरिया को मूत्राशय और मूत्र पथ में चिपकने से रोकने में मदद कर सकते हैं।
  6. एप्पल साइडर विनेगर

    एंटी-बैक्टिरीअल और एंटी-इनफ्लैमेटरी गुण के कारण एप्पल साइडर विनेगर लक्षणों को कम करने और संक्रमण से निपटने में मदद कर सकते हैं।
  7. बेकिंग सोडा

    बेकिंग सोडा मूत्र की अम्लता को बेअसर करने में मदद कर सकता है, जिससे पेशाब करते समय जलन कम हो जाती है।

निष्कर्ष

पेशाब में पस आना एक चिंताजनक लक्षण हो सकता है, लेकिन सही दृष्टिकोण के साथ मैनेज कर इसका इलाज किया जा सकता है।  इसके कारणों, लक्षणों और पेशाब में पस आने का घरेलू इलाज को समझकर आप समाधान की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं। हालांकि, निश्चित तौर पर यह एक गंभीर समस्या है और किसी भी घरेलू इलाज से पहले किसी अच्छे डॉक्टर से सलाह लेना बेहतर है।


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FAQs

क्या होता है जब पस कोशिकाएं बढ़ती हैं?

जब पस कोशिकाएं बढ़ती हैं, तो यह अधिक गंभीर संक्रमण का संकेत दे सकता है, और तत्काल चिकित्सा ध्यान देने की आवश्यकता होती है।

क्या पेशाब में पस आना हमेशा गंभीर होता है?

पेशाब में पस एक गंभीर संक्रमण का संकेत हो सकता है और हल्के यूटीआई का लक्षण भी। संक्रमण की गंभीरता निर्धारित करने के लिए डॉक्टर से राय लेना जरूरी है।

पेशाब में पस आने पर कितना पानी पीना चाहिए?

बैक्टीरिया को बाहर निकालने और लक्षणों को कम करने में मदद के लिए दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीने का लक्ष्य रखें।

पेशाब में पस आने पर डॉक्टर से कब संपर्क करना चाहिए?

यदि आपको गंभीर पेट दर्द, मूत्र में रक्त या बुखार जैसे लक्षण महसूस होते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। यदि आपको हल्का यूटीआई है, तो लक्षण बने रहने या समय के साथ बिगड़ने पर डॉक्टर से परामर्श लें।

क्या पेशाब में पस आने की समस्या से आपको अधिक पेशाब आता है?

हां, पेशाब में पस आने से बार-बार पेशाब आने की समस्या हो सकती है क्योंकि शरीर मूत्र पथ से बैक्टीरिया और पस कोशिकाओं को खत्म करने की कोशिश करता है।

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